क्या आप भी मनरेगा योजना का लाभ उठा रहे है लेकिन आपको नहीं पता है की नरेगा का पैसा कैसे चेक करते है तो आपको यह आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। इस आर्टिकल में आपको मनरेगा के बारे में तमाम जानकारी मिलेगी।
इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा की नरेगा का पैसा कैसे चेक करते है इसके साथ मैं आपको मनरेगा के FAQ’s भी बताऊंगा तो फिर जुड़े रहिये इस आर्टिकल के साथ।
नरेगा का पैसा कैसे चेक करते है?
सबसे पहले आपको नरेगा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके लिए आपको गूगल पर NREGA लिखना है इसके बाद आपको कुछ इस तरह की वेबसाइट देखने को मिलेगी।

इसके बाद आपको बाएँ हाथ पर ऊपर पंचायत (Panchayats) का एक ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा। आपको इस पर क्लिक करना है इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
अब आपके सामने 3 विकल्प आ रहे होंगे। आपको ग्राम पंचायत (Gram Panchayats) पर क्लिक करना है।

इसके बाद आपके सामने 4 विकल्प आएँगे। आपको इसमें से दूसरे विकल्प यानि Generate Reports पर क्लिक करना है।

अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा। आपको इसमें से अपना राज्य को चुनना है। उदहारण के लिए मैं यहाँ उत्तराखंड को चुनता हूँ।

इसके बाद आपके सामने REPORTS का पेज खुल जाएगा। अब आपको यहाँ पर अपनी कुछ जानकारी डालनी है। सबसे ऊपर आपको अपना वित्तीय वर्ष डालना है और फिर अपना जिला चुनना है। इसके बाद आपको अपना ब्लॉक और फिर पंचायत को चुनना है। इसके बाद आपको proceed पर क्लिक करना है।

Proceed पर क्लिक करने के बाद आपके सामने बहुत सारे ऑप्शन आ जाएंगे। आपको इनमें से Job card/Employment Register पर क्लिक करना है।

इसके बाद आपके सामने पूरी report आ जाएगी। इसमें Job card No और नाम होंगे। आप इसमें अपने नाम या जॉब कार्ड नंबर से अपने आप को ढूंढ सकते है।
अपनी सारी जानकारी निकालने के लिए आपको अपने जॉब कार्ड पर क्लिक करना है। इसके बाद आपकी सारी जानकारी आपके सामने आ जाएगी जैसे आप निचे इमेज में देख सकते है।

आप यहाँ से नरेगा पेमेंट लिस्ट चेक कर सकते है।
MGNREGA के FAQ’s
NREGA की Full Form क्या होती है?
NREGA की Full Form “National Rural Employment Guarantee Act, 2005” होती है।
नरेगा की फुल फॉर्म हिंदी में क्या होती है?
नरेगा की फुल फॉर्म हिंदी में “राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005” होती है। अधिनियम के पारित होने के बाद, इसके लॉन्च के समय, इसका नाम NREGA से बदलकर MGNREGA रखा गया, जिसका पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम है।
मनरेगा क्या है?
मनरेगा योजना को एक सामाजिक उपाय के रूप में पेश किया गया था जो भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में “काम करने के अधिकार” की गारंटी देता है। इस सामाजिक माप और श्रम कानून का प्रमुख सिद्धांत यह है कि स्थानीय सरकार को ग्रामीण जीवन में कम से कम 100 दिनों का वेतन रोजगार प्रदान करना होगा ताकि उनके जीवन स्तर को बढ़ाया जा सके। हालांकि कोरोना वायरस के बाद प्रधान मंत्री ने इसे 100 से बढ़ाकर 150 दिन कर दिए है।
MGNREGA भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से कार्यात्मक है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के मौजूदा प्रावधानों के तहत, परिवार के सदस्यों के साथ प्रत्येक ग्रामीण परिवार, जिन्होंने अकुशल श्रम करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है, उन्हें सरकार द्वारा कम से कम 100 दिनों के भुगतान किए गए कार्य प्रदान किए जाएंगे।
इन ग्रामीण श्रमिकों द्वारा प्रदान किए गए कार्य का उपयोग ग्रामीण भारत में विभिन्न दीर्घकालिक अचल संपत्तियों जैसे कुओं, तालाबों, सड़कों और नहरों के निर्माण के लिए किया जाएगा।
मनरेगा सभी राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में लागू है और इसे केंद्र सरकार द्वारा प्रशासित किया जाता है।
मनरेगा का लक्ष्य क्या हैं?
मजदूरी के रोजगार के अवसरों की गारंटी देकर ग्रामीण भारत में रहने वाले सबसे कमजोर लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा।
ग्रामीण क्षेत्रों के प्राकृतिक संसाधन को अच्छी अवस्था में लाना।
एक टिकाऊ और उत्पादक ग्रामीण परिसंपत्ति आधार बनाएं।
पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करके जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को गहरा करें।
विभिन्न ग़रीबी-विरोधी और आजीविका की पहलों के अभिसरण के माध्यम से विकेंद्रीकृत, सहभागी योजना को सुदृढ़ बनाना।
मनरेगा योजना का लाभ उठाने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
नरेगा योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
नरेगा आवेदक एक स्थानीय घराने का हिस्सा होना चाहिए। जैसे ग्रामपंचायत।
अकुशल श्रम के लिए आवेदक को स्वयंसेवक होना चाहिए।
क्या रोजगार गारंटी अधिनियम विशेष राज्यों या जिलों तक सीमित है?
नहीं, यह देश के सभी ग्रामीण जिलों में लागू है।
जॉब कार्ड क्या है?
जॉब कार्ड एक प्रमुख दस्तावेज है जो मनरेगा के तहत श्रमिकों के अधिकारों को रिकॉर्ड करता है। यह कानूनी रूप से पंजीकृत परिवारों को काम के लिए आवेदन करने का अधिकार देता है, पारदर्शिता सुनिश्चित करता है और धोखाधड़ी के खिलाफ श्रमिकों की सुरक्षा करता है।
जॉब कार्ड के लिए पंजीकरण कितने वर्षों के लिए वैध है?
पंजीकरण पांच साल के लिए वैध है।
क्या जॉब कार्ड घर के किसी सदस्य को सौंपा जा सकता है?
हां, यह जीपी के कुछ अन्य निवासियों की उपस्थिति में आवेदक के घर के किसी भी वयस्क सदस्य को सौंपा जा सकता है।
क्या जॉब कार्ड रद्द किया जा सकता है?
नहीं, अनुच्छेद 4 के अनुसार, अनुसूची II कोई जॉब कार्ड रद्द नहीं किया जा सकता है, सिवाय इसके कि जहां कोई नकल करता पाया जाता है, या अगर पूरे घर को स्थायी रूप से ग्राम पंचायत के बाहर जगह पर स्थानांतरित कर दिया गया है और अब गांव में नहीं रहता है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है की आपको समझ आ गया होगा की नरेगा का पैसा कैसे चेक करते है इसके साथ जो मैंने आपको मनरेगा की जानकारी दी है वह भी आपको अच्छी लगी होगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे। और अगर आपका अब भी मनरेगा से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो आप मुझे निचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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Nice post