जब भी कोई ग्राहक इलेक्ट्रॉनिक शॉप पर एसी खरीदने जाता है तो दुकानदार उससे गैर इन्वर्टर एसी खरीदने की पेशकश करता है। ऐसे में ग्राहक के मन में यही सवाल आता है की यह गैर इन्वर्टर एसी क्या होता है या फिर इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच अंतर क्या होता है।
आज इस आर्टिकल में आपको इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। और इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच अंतर क्या होता है वह भी बताया जाएगा।
अगर आप भी एसी खरीदने की सोच रहे है तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। क्योंकि एसी खरीदने से पहले आपको इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच का फर्क पता होना चाहिए।
कई साल पहले एसी को एक लग्जरी आइटम माना जाता था और केवल कुछ धनी लोग ही एसी का इस्तेमाल करते थे लेकिन समय के साथ साथ आज एसी पहले के मुक़ाबले सस्ते हो गए है और गर्मी भी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है तो इन परिस्थितियों को देखते हुए आज माध्यम वर्ग के लोग भी एसी का खूब इस्तेमाल करते है।
इसके साथ आज टेक्नोलॉजी में भी बहुत ही बड़ा बदलाव आता जा रहा है। मार्किट में आपको विंडो एसी और स्प्लिट एसी देखने को मिलेंगे। इसके साथ कुछ साल से इन्वर्टर एसी का भी ट्रेंड बड़ा है और बाजार में इस बात को लेकर बड़ा विवाद है की इन्वर्टर एसी बिजली की बचत करता है।
अगर आप भी एसी खरीदने की सोच रहे है और इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी को लेकर भ्रमित है तो आप इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी में अंतर समझ पाएंगे।
इन्वर्टर एसी क्या होता है?
एक ऐसा एसी जिसमे एक परिवर्तनशील गति कंप्रेसर मोटर का उपयोग किया जाता है और जिसकी गति तापमान के अनुसार बदलती रहती है उसे ‘इन्वर्टर एसी’ के नाम से जाना जाता है। इन्वर्टर एसी ऊर्जा की बचत करने की तकनीक है।
एक निश्चित तापमान को सेट करके जब इन्वर्टर एसी चलाया जाता है तो इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर धीरे धीरे शुरू होता है और फिर अपनी गति को लगातार बढ़ाता रहता है एक बार जब इन्वर्टर एसी ठहराय गए तापमान तक कमरे को ठंडा कर देता है फिर यह अपने कंप्रेसर की गति को धीरे धीरे कम कर देता है।
इस तरह इन्वर्टर एसी किसी अन्य एसी के मुक़ाबले कम बिजली की खपत करता है। जब इन्वर्टर एसी शुरू होता है तो धीमे धीमे शुरू होता है जिससे बिजली की बचत होती है और जब कमरे का तापमान ठहराय गए तापमान तक पहुंच जाता है तो भी इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर धीमा हो जाता है जिससे बिजली की बचत होती है।
गैर इन्वर्टर एसी क्या होता है?
एक ऐसा एसी जो एक निश्चित गति कंप्रेसर मोटर का उपयोग करता है उसे ‘गैर इन्वर्टर एसी’ के नाम से जाना जाता है। गैर इन्वर्टर एसी में कंप्रेसर लगा होता है जो निश्चित गति से चलता है और फिर कमरे को ठंडा करने के बाद बंद हो जाता है।
एसी में एक निश्चित तापमान सेट करने के बाद जब गैर इन्वर्टर एसी को चलाया जाता है तो इसका कंप्रेसर तेज़ी से चलना शुरू करता है और जब तक कमरे को ठहराय गए तापमान तक ठंडा न कर दे तब तक चलता रहता है और जैसे ही कमरा ठहराए गए तापमान तक ठंडा हो जाता है तो गैर इन्वर्टर एसी झटके से बंद हो जाता है।
इसके बाद जब कमरा दुबारा गर्म होने लगता है तो गैर इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर दुबारा झटके से शुरू हो जाता है और फिर कमरे को ठंडा करने लगता है। इस प्रक्रिया से बिजली की खपत अधिक होती है क्योंकि एक तो एसी का कंप्रेसर पूरी क्षमता के साथ लगातार चलता है और फिर झटके से ऑन और ऑफ भी होता है। इस झटके से कंप्रेसर ऑन और ऑफ होने से भी मीटर पर लोड बढ़ता है और बिजली की खपत अधिक होती है।
इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच का अंतर
अंतर का आधार | इन्वर्टर एसी | गैर इन्वर्टर एसी |
कीमत | इन्वर्टर एसी ज्यादा महंगे होते है। | गैर इन्वर्टर एसी सस्ते होते है। |
ठंडा | इन्वर्टर एसी कमरे को थोड़ा धीरे ठंडा करता है। | गैर इन्वर्टर एसी कमरे को जल्दी और ज्यादा ठंडा करता है। |
बिजली की बचत | इन्वर्टर एसी से अधिक बिजली की बचत होती है। | गैर इन्वर्टर एसी से बिजली की बचत नहीं होती है। |
शोर | इन्वर्टर एसी से बहुत की कम शोर होता है। | गैर इन्वर्टर एसी से शोर अधिक होता है। |
कंप्रेसर गति | इन्वर्टर एसी के कंप्रेसर की गति तापमान के अनुसार कम ज्यादा हो सकती है। | गैर इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर एक निश्चित गति से चलता है। |
रखरखाव | इन्वर्टर एसी का रखरखाव थोड़ा महंगा होता है। | गैर इन्वर्टर एसी का रखरखाव सस्ता होता है। |
जीवनकाल | इन्वर्टर एसी का जीवनकाल अधिक होता है। | गैर इन्वर्टर एसी का जीवनकाल कम होता है। |
इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच अंतर क्या होता है?
कीमत
इन्वर्टर एसी, गैर इन्वर्टर एसी से ज्यादा महंगे होते है और इन दोनों के बीच करीब 5,000 से 10,000 रूपये या इससे भी ज्यादा का फर्क आता है। वैसे आजकल कई कंपनी डिस्काउंट भी देती है और कभी कभी यह फर्क न के बराबर भी होता है।
गैर इन्वर्टर, इन्वर्टर एसी के मुक़ाबले सस्ते होते है।
ठंडा
इन्वर्टर एसी कमरे को थोड़ा धीरे ठंडा करता है क्योंकि इसका कंप्रेसर धीरे शुरू होता है और धीरे धीरे अपनी गति को बढ़ाता जाता है। इसलिए इन्वर्टर एसी धीरे कमरा ठंडा करता है।
गैर इन्वर्टर एसी कमरे को जल्दी और ज्यादा ठंडा करता है क्योंकि इसका कंप्रेसर झटके के साथ शुरू होता है और अपनी पूरी रफ़्तार के साथ और अपनी पूरी क्षमता के साथ चलता रहता है जब तक कमरे को ठंडा न कर दे।
बिजली की बचत
आपको लोगो के द्वारा बार बार बताया जाता है की इन्वर्टर एसी से बिजली की बचत होती है। यह सच तो है लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है क्योंकि यह इस पर भी निर्भर करता है की आपके कमरे की परिस्थिति कैसी है और आप एसी को कितने समय के लिए चलाते है।
अगर आपका घर टॉप फ्लोर पर है और उस पर सीधे सूरज की किरण पड़ती है और आपका कमरा बहुत गर्म रहता है या फिर आपके कमरे में खिड़की ज्यादा और कई जगह से खुला है तो ऐसी कंडीशन में इन्वर्टर एसी आपके कमरे को ठंडा नहीं करेगा। बिजली की बचत तो आप छोड़िये।
इन्वर्टर एसी सिर्फ तभी आपकी बिजली की बचत कर सकता है जब आपका कमरा निचली मंजिल पर हो और आपका कमरा चारो तरफ से बंद हो और उस पर सीधे सूरज की किरण न आती हो। तभी इन्वर्टर एसी आपके कमरे को ठंडा करके कंप्रेसर को धीमा करेगा। जिससे बिजली की बचत होगी।
इसके साथ अगर आप दिन में 12 से 16 घंटे एसी चलाते है तो आपको अपने बिजली के बिल में फर्क देखने को मिलेगा। लेकिन अगर आप दिन में 2 या 4 घंटे ही एसी चलाते है तो आपको आपके बिजली के बिल में कोई अंतर देखने को नहीं मिलेगा।
गैर इन्वर्टर एसी से बिजली की बचत नहीं होती है क्योंकि गैर इन्वर्टर एसी में कंप्रेसर लगातार एक ही गति में चलता है और कमरे के ठंडे हो जाने पर कंप्रेसर बंद हो जाता है। कंप्रेसर के बार बार ऑन ऑफ होने से बिजली की खपत बढ़ती है। इसीलिए गैर इन्वर्टर एसी से बिजली का बिल अधिक आता है।
शोर
इन्वर्टर एसी से बहुत ही कम शोर होता है। इन्वर्टर एसी में कंप्रेसर धीरे धीरे अपनी गति को कम ज्यादा करता है। इसीलिए शोर बिलकुल नही होता है।
गैर इन्वर्टर एसी से शोर अधिक होता है क्योंकि गैर इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर तेज़ी से अपनी पूरी गति से शुरू होता है और झटके से ऑन और ऑफ होता है। इसीलिए गैर इन्वर्टर एसी में शोर अधिक होता है।
कंप्रेसर गति
इन्वर्टर एसी के कंप्रेसर की गति तापमान के अनुसार कम ज्यादा हो सकती है। इन्वर्टर एसी धीरे धीरे शुरू होता है और कमरे के तापमान के अनुसार अपनी गति को बढ़ाता रहता है। कमरे के ठंडे हो जाने के बाद इन्वर्टर एसी धीरे धीरे अपनी गति को कम करने लगता है।
गैर इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर एक निश्चित गति से लगातार चलता रहता है जब कमरा ठंडा हो जाता है तो कंप्रेसर तुरंत बंद हो जाता है। इसके बाद जब कमरा दुबारा गर्म होने लगता है तो गैर इन्वर्टर एसी का कंप्रेसर फिर अपनी पूरी गति से शुरू हो जाता है।
रखरखाव
इन्वर्टर एसी का रखरखाव थोड़ा महंगा होता है। अगर इन्वर्टर एसी खराब हो जाता है तो इसमें गैर इन्वर्टर एसी के मुक़ाबले अधिक खर्चा आता है क्योंकि इन्वर्टर एसी के पार्ट महंगे आते है।
गैर इन्वर्टर एसी का रखरखाव सस्ता होता है। गैर इन्वर्टर एसी के खराबे होने पर इसमें इन्वर्टर एसी के मुक़ाबले कम खर्चा आता है।
जीवनकाल
इन्वर्टर एसी का जीवनकाल अधिक होता है।
गैर इन्वर्टर एसी का जीवनकाल कम होता है।
इन्वर्टर एसी कब ख़रीदे?
- अगर आप अपनी बिजली की खपत को कम करना चाहते है तो फिर आपको इन्वर्टर एसी ही खरीदना चाहिए।
- अगर आप लम्बे समय के लिए एसी खरीदना चाहते है तो फिर आपको इन्वर्टर एसी खरीदना चाहिए।
- अगर आप एक ऐसा एसी चाहते है जिसके चलने से शोर कम हो फिर आपके लिए इन्वर्टर एसी बढ़िया है।
- अगर आप निचली मंजिल पर रहते है और आपका कमरा चारो तरफ से बंद है तो आपके लिए इन्वर्टर एसी ही ठीक रहेगा।
गैर इन्वर्टर एसी कब खरीदे?
- अगर आपका बजट कम है और आपको एक किफायती एसी चाहिए तो आपको गैर इन्वर्टर एसी ही खरीदना चाहिए।
- अगर आप दिन में 3 से 4 घंटे ही एसी चलाते है तो फिर आपको गैर इन्वर्टर एसी खरीदना चाहिए।
- अगर आपका फ्लोर टॉप मंजिल पर है और आपका कमरा हर तरफ से खुला है तो आपको गैर इन्वर्टर एसी खरीदना चाहिए।
- अगर आप तुरंत अपने कमरे को ठंडा करना चाहते है तो आपको गैर इन्वर्टर एसी लेना चाहिए।
उम्मीद है की इस आर्टिकल को पढ़कर आप इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी के बीच अंतर क्या होता है? समझ गए होंगे। अगर अब भी आपका इन्वर्टर एसी और गैर इन्वर्टर एसी से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमे नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।