GPRS Full Form क्या होता है? GPRS क्या है?

इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा की GPRS की Full Form क्या होती है? और GPRS क्या होता है? GPRS के फायदे क्या होते है? और GPRS के मुख्य फीचर क्या है इसके साथ GPRS की Full Form हिंदी में क्या होती है? इसके साथ मैं आपको GPRS का इतिहास भी बताऊंगा।

आज दुनिया में लगभग चारों तरफ TECHNOLGY है। इसने आज बहुत से क्षेत्रों में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाया है। आज हर कोई जानता है कि 3G, 4G या 2G नेटवर्क क्या होता है। कुछ समय बाद में 5G का जमाना भी आ जाएगा। एक जमाना ऐसा था जहां पर सिर्फ 2G का ही नेटवर्क था और उस समय GPRS TECHNOLGY का इस्तेमाल किया जाता था। यह GPRS GSM शब्द से जुड़ा हुआ था।

हम सभी जानते हैं कि हम पहले GSM सिम का इस्तेमाल किया करते थे। यह GSM धीरे-धीरे GPRS में बदलता गया। धीरे धीरे GPS से लोगों को बहुत फायदा होने लगे। जहां पहले इंटरनेट धीरे चलता था और बाद में यह इंटरनेट तेजी से चलने लगा। आज हर कोई किसी भी स्थान पर बैठे-बैठे GPRS का इस्तेमाल कर सकता है। इसके लिए अब इंटरनेट द्वारा एक्सेस दिया जाने लगा है।

GSM Full Form क्या होती है? GSM क्या होता है?

GPS Full Form क्या होती है? GPS क्या होता है?

GPRS का Full Form क्या होता है?

General packet radio service यह GPRS का Full Form है। GPRS का मतलब होता है, एक ऐसी सर्विस जोकि किसी भी डाटा को रेडियो तरंगों द्वारा ट्रांसमिट करने का काम करती हो और GPS के रूप में जानी जाती हो।

यह एक Global System होता है जो Mobile Communication Internet Protocol का एक भाग है। इसके अंदर व्यक्ति को ऑनलाइन रहना होता है और Voice Call करने की अनुमति दी जाती है, परंतु इसमें इंटरनेट की आवश्यकता होती है। 

यह एक time division multiple access की प्रणाली से बना होता है। जिसका लाभ उपयोगकर्ता नाम से उठा सकता है। इसे पैकेट रेडियो एक्सप्रेस द्वारा प्रदान किया जाता है। इसे चलाने के लिए 2G 3G 4G सेवाएं उपलब्ध की जाती है।

GPRS Full Form In Hindi

GPRS की Full Form हिंदी में भी “जनरल पैकेट रेडियो सर्विस” ही होती है।

GPRS क्या है?

GPRS एक ऐसा नेटवर्क है जो Wirless काम करता है। यदि हम इसको समझाना चाहे तो एक ऐसी सर्विस है जिसके माध्यम से व्यक्ति मोबाइल और कंप्यूटर से रेडियो तरंगों को ट्रांसमिट कर सकता है। इसके अंदर मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ वॉइस कॉल करने के लिए किया जाता है और सुनने के लिए किया जाता है।

यह process GSM द्वारा ही संभव होता है परंतु जब धीरे-धीरे इंटरनेट का विकास हुआ तो, यह GPS TECHNOLGY इंटरनेट Data पर काम करने लग गया। बाद मे व्यक्ति इंटरनेट के माध्यम से GPRS को चला सका।

GPRS के फायदे क्या है?

आज ही बहुत से लोगों को जीपीआरएस और इससे होने वाले फायदे के बारे में जानकारी नहीं है। GPRS के बहुत से फायदे हैं हमने इसकी हिन्दी मे जानकारी नीचे दी है, जिसे व्यक्ति को जानना जरूरी है चलिए जानते हैं GPRS के क्या-क्या फायदे हैं।

  • इसका फायदा यह है कि हमें इसे चलाने के लिए इंटरनेट की सुविधा दी गई है। पहले GPS द्वारा डाटा को एक्सेस नहीं किया जा सकता था परंतु जब से GPRS का जन्म हुआ है डाटा को access आराम से किया जा सकता है।
  • GPRS अब एक Fast TECHNOLGY के रूप में आ गया है। GPRS के अंदर पुराने Wireless Application Protocol और Regular GSM सर्विस को तेज कर दिया है।
  • GPRS system की cost बहुत कम है। व्यक्ति इससे रेगुलर बात कर सकता है और यह सस्ता भी पड़ता है।
  • GPRS का एक और बड़ा फायदा यह भी है कि आप जिस भी Location में है, वहां पर आपको Signal मिल जाएगा। व्यक्ति जिस स्थान पर है, उसी स्थान पर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकता है और इंटरनेट के माध्यम से GPRS को Wireless Access भी दे सकता है। इसके लिए मोबाइल नेटवर्क की आवश्यकता होगी।
  • GPRS System का एक फायदा यह भी है कि यदि आप कॉल कर रहे हो तो GSM नेटवर्क द्वारा आपकी कॉल को ब्लॉक नहीं किया जा सकता।

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GPRS के मुख्य फीचर्स क्या है?

  • GPRS एक अच्छी TECHNOLGY के साथ में Develop किया गया है इसके अंदर High Speed 384 Kbps का Use किया गया है और जिसे बाद में 1 Mbps बना दिया गया। इसके अंदर कुछ features डाले गए हैं। चलिए जानते हैं:-
  • GPRS के माध्यम से जल्दी से मैसेज प्राप्त किया जा सकता है
  • S.M.S. की सुविधा
  • एम एम एस की सुविधा
  • Wireless application protocol की सुविधा
  • इंटरनेट की रोजाना सुविधा।
  • फटाफट से मैसेज भेजने की सुविधा
  • Push-to-talk over caller
  • Point to point की सुविधा

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GPRS का इतिहास क्या है?

GPRS इतिहास के बारे में जानना बहुत जरूरी है क्योंकि GPRS पहले GPS TECHNOLGY के तौर पर काम करता था। इसलिए धीरे-धीरे इसके नेटवर्क को इंटरनेट आईपी से जोड़ दिया। उसके बाद में यह GPRS जाना जाने लगा। 

GPS की खोज बर्न हार्ड वाल्के और उनके स्टूडेंट पीटर डेकर ने की थी। इन दोनों का एक ही मकसद था कि दुनिया में इंटरनेट क्रांति को लाना है। GPRS यूरोप की कंपनी ETSI द्वारा Certified किया गया था।

साल 2000 में TECHNOLGY की एक कंपनी आयी। जिसका नाम EGD था, जो GPRS को upgradation कर सकता था। इसके upgradation के बाद में इसे ही GPRS कहां जाने लगा। जैसे ही इसका upgradation हुआ। 

इसकी Speed में काफी फर्क आया और इसकी स्पीड 384 Kbps सेकंड तक हो गई। बाद में इस Speed को और बढ़ा दिया गया और 1 एमबी सेकंड तक कर दिया गया। 

2003 के अंदर GPRS को Analog wireless टेलीफोन नेटवर्क में मॉडर्न कम कनेक्शन के रूप में निकाला गया था जो कि 32 से 40 केबीपीएस था। यह एक फोन कि तरह ही बनाया गया था। धीरे धीरे लोगों को इसकी जरूरत पड़ने लगी और जीपीआरएस में बहुत से बदलाव किए गए। 

आज बहुत से क्षेत्रों में इसका बहुत ही महत्व है और इसको ऑपरेट करने के लिए इंटरनेट को जोड़ दिया गया है ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। आज हम किसी भी क्षेत्र में खड़े होकर जीपीआरएस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल GPRS का Full Form क्या होता है? GPRS क्या है? अच्छा लगा होगा। और आपको GPRS के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी पता चली होगी। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे। और अगर आपका GPRS से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमे निचे कमेंट करके पूछ सकते है।

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Authored By Prabhat Sharma
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